रविवार, 16 अगस्त 2020

भारत के राष्ट्रपतियों की सूची तथा राष्ट्रपति का वीटो पावर

राष्ट्रपति का वीटो पावर (अनुच्छेद-111)

संसद द्वारा पारित कोई भी विधेयक तभी अधिनियम बनता है, जब राष्ट्रपति उस पर अपनी अनुमति दे दे। जब ऐसी अनुमति के लिए राष्ट्रपति के पास विधेयक भेजा जाता है, तो उसके पास तीन विकल्प होते है-
1. आत्यांतिक वीटो (Absolute Veto)- जब किसी विधेयक पर राष्ट्रपति अपनी अनुमति नही देता तो विधेयक समाप्त हो जाता है। और अधिनियम नही बन पाता। यह निम्न दो मामलों में होता है-
Ø गैर-सरकारी विधेयकों के सम्बन्ध में,
Ø सरकारी विधेयक के सम्बन्ध में जब मंत्रिमण्डल त्यागपत्र दे दे और नया मंत्रिमण्डल राष्ट्रपति को ऐसे विधेयक पर सहमति न देने की सलाह दे।
सर्वप्रथम इस शक्ति का प्रयोग 1954ई. में ‘पेप्सू विनियोग विधेयक’ के मामले में, भारत के पहले राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा किया गया था।
2. निलम्बनकारी वीटो (Suspension Veto)- अनुच्छेद-111 के तहत राष्ट्रपति किसी भी विधेयक (धन विधेयक एवं संविधान संशोधन विधेयक को छोड़कर) संसद में पुनर्विचार के लिए वापस कर सकता है। परन्तु जब संसद बिना संशोधन के पुनः अनुमति के लिए विधेयक को भेजती है, तो राष्ट्रपति उस पर अनुमति देने के लिए बाध्य है।
इस वीटो पावर का सर्वप्रथम प्रयोग 1991ई. में राष्ट्रपति आर. वेंकटरमण ने संसद सदस्यों के वेतन भत्ते एवं पेंशन संशोधन विधेयक के सम्बन्ध में किया था। तत्पश्चात् 1997ई. में राष्ट्रपति डॉ के. आर. नारायणन ने उत्तर प्रदेश तथा बिहार पर राष्ट्रपति शासन लगाने के सम्बन्ध में तथा 2006 में डा. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने सांसद (अयोग्यता निवारण) संशोधन विधेयक के सम्बन्ध में अपनी शक्ति का प्रयोग किया गया।
3. पॉकेट वीटो (Poket Veto)- संविधान के तहत् किसी विधेयक पर राष्ट्रपति द्वारा अनुमति देने या न देने के लिए किसी समय सीमा का प्रतिबन्ध नही है। अर्थात जब राष्ट्रपति किसी विधेयक पर अनुमति नही देता है या पुनर्विचार के लिए संसद को वापस नही करता है तब वह जेबी वीटो शक्ति का प्रयोग करता है।

इस शक्ति का प्रयोग सर्वप्रथम राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने 1986ई. में भारतीय डाक संशोधन विधेयक के सम्बन्ध में किया था।

                   List of the Indian president 

भारत के  राष्ट्रपति, कार्यकाल एवं उनकी विशेषताएँ

क्र.

   नाम

         कार्यकाल

      विशिष्टताएँ

1.

डॉ.राजेन्द्र प्रसाद

26 जनवरी,1950 से 13 मई, 1962

भारत के प्रथम राष्ट्रपति

2.

डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन

13 मई,1962 से 13 मई, 1967

भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति

3.

डॉ. जाकिर हुसैन

13 मई,1967 से 13 मई,1969

कार्यकाल के दौरान मृत्यु

4.

वी.वी. गिरि

3 मई, 1969 से 20 जुलाई, 1969

भारत के प्रथम कार्यवाहक राष्ट्रपति

5.

न्यायमूर्ति एम हिदायतुल्ला

20 जुलाई, 1969 से 24 अगस्त, 1969

तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश  (कार्यवाहक)

6.

वी.वी. गिरि

24 अगस्त,1969 से 14 अगस्त, 1974

द्वितीय चक्र की मतगणना

7.

फखरुद्दीन अली अहमद

24 अगस्त, 1974 से 11 फरवरी, 1977

कार्यकाल के दौरान मृत्यु

8.

बी. डी.जत्ती

11 फरवरी, 1977 से 25 जुलाई, 1977

तृतीय कार्यवाहक राष्ट्रपति

9.

नीलम संजीव रेड्डी

25 जुलाई, 1977 से 25 जुलाई, 1982

निर्विरोध निर्वाचित

10.

ज्ञानी जैल सिंह

25 जुलाई, 1982 से 25 जिलाई, 1987

जेबी वीटो का सर्वप्रथम प्रयोग

11.

आर. वेकंटरमण

25 जुलाई, 1987 से 25 जुलाई, 1992/

सर्वाधिक आयु में राष्ट्रपति

12.

डॉ.शंकरदयाल शर्मा

25 जुलाई, 1992 से 25 जुलाई, 1997

चार प्रधानमन्त्रियों के साथ कार्य किया।

13.

डॉ. के. आर. नारायणन

25 जुलाई, 1997 से 25 जुलाई, 2002

प्रथम दलित राष्ट्रपति

14.

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

25 जुलाई, 2002 से 25  जुलाई, 2007

मिसाइल वैज्ञानिक

15.

प्रतिभा देवी सिंह पाटिल

25 जुलाई, 2007 से 25  जुलाई, 2012

प्रथम महिला राष्ट्रपति

16.

प्रणव मुखर्जी

25 जुलाई, 2012 से 25 जुलाई, 2017

 

17.

डॉ रामनाथ कोविंद

25 जुलाई, 2017 से अब तक

 



अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें-

राष्ट्रपति की योग्यता और निर्वाचक मण्डल-
https://civileducation2000.blogspot.com/2020/06/blog-post_29.html

राष्ट्रपति की आपातकालीन एवं कार्यपालिकीय शक्तियाँ
https://civileducation2000.blogspot.com/2020/07/blog-post_6.html

राष्ट्रपति सम्बन्धी संवैधानिक अनुच्छेद-
https://civileducation2000.blogspot.com/2020/06/blog-post_24.html


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