सोमवार, 27 जुलाई 2020

भारत के पड़ोसी देश


       भारत और उसके पड़ोसी देश 

मानचित्र

1.पाकिस्तान (PAKISTAN)
 


पाकिस्तान भी भारत की भॉति 14 अगस्त सन् 1947 को एक स्वतन्त्र राष्ट्र बनकर विश्व में अस्तित्व में आया।पाकिस्तान दक्षिणी एशिया में स्थित एक इस्लामिक गणराज्य है,जो पश्चिम में ईरान, उत्तर में अफगानिस्तान,दक्षिण पूर्व में भारत और दक्षिण में अरब सागर से घिरा है। जिसकी राजधानी इस्लामाबाद है। पाकिस्तान का संवैधानिक नाम इस्लामिक रिपब्लिकन ऑफ पाकिस्तान है। वर्तमान में पाकिस्तान का क्षेत्रफल 796095 वर्ग किमी. है। भौतिक स्वरूप की दृष्टि से पाकिस्तान निम्नलिखित भागों में बँटा हुआ है।
      (1)उत्तरी पर्वतीय प्रदेश
     (2)उप-पर्वतीय प्रदेश
(a)पोटवार पठार                   (b )नमक श्रेणी
(c)ट्रान्स सिन्धु का मैदान         (d)स्यालकोट क्षेत्र
(3) सिन्धु का मैदान
(4) बलूचिस्तान का पठार
(5)मरुस्थलीय प्रदेश
भारत और पाकिस्तान की सीमा-रेखा-
रेडक्लिफ रेखा- यह भारत और पाकिस्तान के मध्य सीमा का निर्धारण करता है। जो 17 अगस्त 1947 को रेडक्लिफ द्वारा निर्धारित की गई।
विवादित स्थल-
24 वीं समानांतर रेखा-  कच्छ के पास, जिसे पाकिस्तान, भारत- पाक की सीमा रेखा मानता है किन्तु भारत इसे अस्वीकार करता है।



2.चीन (CHINA)-
                    जनसंख्या की दृष्टि से प्रथम व क्षेत्रफल की दृष्टि से तीसरा स्थान रखने वाला जनवादी गणतंत्र देश चीन की स्थापना 1अक्टूबर 1949 को हुआ। चीन विश्व की सर्वाधिक पड़ोसी राष्ट्रों से घिरा देश है। जिनमें उत्तरी कोरिया,रुस,मंगोलिया,किर्गिस्तान,कजाकिस्तान,तजाकिस्तान,अफगानिस्तान,भारत,नेपाल,भूटान,म्यांमार,लाओस,तथा वियतनाम पड़ोसी देश है। चीन की राजधानी बीजिंग उत्तर के पीले मैदान में स्थित है। चीन के तट के पास ही ताइवान स्थित है जिसकी राजधानी ताइपेई है। चीन का स्प्रेटले व पारासेल द्वीपों से विवाद चल रहा है। चीन में ताइवान सहित कुल 23 प्रान्त तथा पाँच स्वायत्त क्षेत्र है।



चीन का सबसे बड़ा महानगर एवं व्यवसायिक केन्द्र शंघाई है। चीन एक पर्वतीय व पठारीय प्रदेश है, जिसे 50प्रतिशत भाग पर पर्वत श्रेणियाँ, 35प्रतिशत भाग पर पठार तथा शेष 15प्रतिशत भाग पर मैदान पाए जाते है। चीन के मुख्य पर्वतों में कुनलुन, थ्यानशान, तिब्बत, नेपाल सीमा पर माउण्ट एवरेस्ट, खिंगन, कुनलिंग उल्लेखनीय है। एशिया के नदियों के बहाव का 40 प्रतिशत पानी का निकास चीन की नदियाँ करती है। ह्वांगहो, हुई ही, चान जियांग तथा जू झियांग चीन की पाँच सबसे बड़ी नदियाँ है,जो अपना पानी प्रशान्त महासागर में गिराती है। हिन्द महासागर में यालू जंगबू(ब्रह्मपुत्र) तथा नू जियांग गिरती है।अन्तर्स्थलीय जल प्रवाह बेसिन सीक्याँग तिब्बत में और अन्दरुनी मंगोलिया में सीमित है। चीन के भीतरी भाग में कोको, नोर, लोप नोर, तथा नाम झीलें है।
चीन का अधिकांश मैदान नदियों द्वारा निर्मित है। जिनमें उत्तरी चीन का मैदान (ह्वांगहो की घाटी) यांगटिसीक्यांग का मैदान तथा सीक्यांग नदी का  मैदान मुख्य है। उत्तरी चीन का लोयस मैदान देश का सबसे बड़ा मैदान है। मुख्य तीन बेसिन चीन की सीमा में स्थित है।
1 नानशान पर्वत तथा काराशान के मध्य सैदाम बेसिन
2 कुनलुन तथा थ्यानशान के मध्य तारिम का बेसिन
3 मंगोलिया व रुस की सीमा के निकट थ्यानशान के उत्तर में जुंगेरिया का बेसिन
चीन की जलवायु मुख्यतः शीतोष्ण मानसूनी, जलवायु है।यहाँ का औसत ताप 29 डिग्री सेल्सियस है।
चीन के लगभग 14 प्रतिशत क्षेत्र वन प्रदेश है और 15 प्रतिशत भूमि कृषि कार्य योग्य है। चीन के कृषि उत्पादन में चावल, गेहूँ, तम्बाकू, मूँगफली, सब्जी एवं फलों के उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान रखता है। मक्का, कपास, चाय व रेपसीड में दूसरा व जूट उत्पादन में तीसरा स्थान रखता है। चीन के प्रमुख कृषि उत्पादक क्षेत्र निम्नलिखित है-
फसलें
        क्षेत्र
चावल
जेचवान, यांगटिसीक्यांग डेल्टा
गेहूँ
युन्नान, होन्नान, शान्सी
कपास
यांग्जी घाटी, ह्वांगहो घाटी
तम्बाकू
दक्षिणी चीन
सोयाबीन
दक्षिणी चीन
चाय
जेचवान बेसिन, यांगटिसीक्यांग घाटी

चीन विश्व खनिज सांख्यिकी के अनुसार सीमेन्ट, स्वर्ण जिप्सम, कोयला, लौह-अयस्क, टंगस्टन, एल्युमिनियम, बाइराइट, कैडमियम, ग्रेफाइड, लेड, जिंक तथा मैग्नेसाइट उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान रखता है।
खनिज
क्षेत्र
कोयला
शान्सी, सेन्शी, हेबेर्ड
लोहा व एंटीमनी
द.मंचूरिया, तापेह, शातुंग व शान
ताँबा व एंटीमनी
हुन्नान
पेट्रोलियम
जेचवान,कान्सू और सीक्यांग
टिन व टंगस्टन
क्यांगसी,क्वांगतुंग,यून्नान

चीन के वस्त्रोद्योग केन्द्र मुख्यतः ह्वांगहो और यांगटिसीक्यांग की निम्न घाटी में फैले है। सूती व रेशमी वस्त्र उत्पादन में चीन का विश्व में प्रथम स्थान है। दक्षिण चीन में केन्टन सूती वस्त्र का मुख्य केन्द्र है। शंघाई देश का सबसे बड़ा सूती वस्त्रोद्योग केन्द्र व सबसे बडा पत्तन है, जिसे चीन का मानचेस्टर कहाँ जाता है।
चीन में उर्जा का मुख्य साधन कोयला है। देश में खर्च होने वाली उर्जा का 80प्रतिशत कोयले से आता है। शंघाई व हांगकांग के पास अणुशक्ति के प्लान्ट है। चीन में पन बिजली की बहुत सारी परियोजनाएँ है। चीन का 75 प्रतिशत रेल उत्तर-पूर्वी भाग में फैला है। चीन के सिल्क रोड की लम्बाई 8500 किलोमीटर(5000मील) है जो चीन के पूर्वी तट से यूरोप के देशों तक जाती है। यूनेस्को के विश्व विरासत सूची में कुल 47 चीन प्राकृतिक और सांस्कृतिक स्थलों को शामिल किया गया है।

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